निष्कर्ष
विवाह संस्कार केवल एक सांस्कृतिक परंपरा नहीं है, बल्कि यह एक धार्मिक और आध्यात्मिक प्रक्रिया है। यह व्यक्ति को जीवन में संयम, जिम्मेदारी, और प्रेम की भावना से जोड़ता है। विवाह संस्कार के द्वारा दो व्यक्तियों के बीच पवित्र बंधन बनता है, जो जीवन भर एक-दूसरे का साथ निभाने और समाज में अपनी जिम्मेदारियों को निभाने का संकल्प करते हैं।